नई दिल्ली/13-15 जून तक इटली के पुगलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी इटली गए थे। पीएम मोदी ने 14 जून को आउटरीच सत्र में भाग लिया, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर केंद्रित था। शुक्रवार को सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी इतालवी समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी ने एक सेल्फी क्लिक की। अपुलिया में जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन के मौके पर मेलोनी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ सेल्फी क्लिक की, तब दोनों नेता मुस्कुराते हुए देखे गए। पिछले साल दिसंबर में दोनों नेताओं ने दुबई में 28वें कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज (सीओपी 28) के मौके पर एक सेल्फी क्लिक की थी।
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी की रील के वायरल होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि लॉन्ग लिव इंडिया-इटली फ्रेंडशिप। G7 में भाग लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वापस लौट चुके हैं। तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद नरेंद्र मोदी इटली में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। जी7 सम्मलेन में पीएम मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान पीएम मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच गजब की बॉन्डिंग दिखी।
इटली की पीएम के साथ हुई अपनी मुलाकात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ मेरी मुलाकात बहुत अच्छी रही। मैंने उन्हें भारत को जी7 में भाग लेने के लिए आमंत्रित करने और इस शानदार आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। हमनें व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, दूरसंचार और अन्य क्षेत्रों में इटली-भारत संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। हमारे देश जैव ईंधन, खाद्य प्रसंस्करणऔर महत्वपूर्ण खनिजों सहित भविष्य के क्षेत्रों में सहयोग करना जारी रखेंगे।’
जॉर्जिया मेलोनी ने सेल्फी का वीडियो भी साझा किया
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी का वीडियो भी साझा किया। पांच सेकंड का यह वीडियो शनिवार को मेलोनी ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया। इस वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो को फिर से शेयर किया और लिखा, 'भारत-इटली की दोस्ती अमर रहें!'
इटली की प्रधानमंत्री ने पहली बार G7 में आए किसी नेता के साथ इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। उन्होंने नेताओं के साथ सिर्फ फोटो शेयर किया है। वीडियो में जॉर्जिया मेलोनी कहती हैं ‘सबको मेलोडी टीम की ओर से नमस्ते…’ पीएम मोदी वीडियो में हंसते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि पीएम मोदी जी का स्वागत इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने किया था। प्रधानमंत्री मोदी जी7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार (13 जून) देर रात इटली के अपुलिया पहुंचे थे।
द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा
इस सम्मलेन के बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अपने इतालवी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की और रक्षा औद्योगिक सहयोग को और बढ़ाने की उम्मीद जताई। बयान में कहा गया कि इस साल के अंत में इतालवी विमानवाहक पोत आईटीएस कैवूर और प्रशिक्षण जहाज आईटीएस वेस्पुची भारत आएगा।
जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी को उनके लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी
इसके अलावा, पीएम मोदी ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इतालवी अभियान में भारतीय सेना के योगदान को मान्यता देने के लिए इतालवी सरकार को धन्यवाद दिया। पीएम ने बताया कि भारत इटली के मोंटोन में यशवंत घाडगे स्मारक का उन्नयन करेगा। पीएम मोदी और उनके इतालवी समकक्ष ने नियमित उच्च राजनीतिक वार्ता पर संतोष व्यक्त किया और भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। मेलोनी ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में उनके लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई भी दी।
इस सम्मेलन में मध्य पूर्व, गाजा और यूक्रेन में चल रहे संघर्षों पर चर्चा हुई। विश्वभर के नेता इन जटिल भू-राजनीतिक चुनौतियों से निपटने और समाधान के तरीकों पर बात की। इसके अलावा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) एजेंडा के प्रमुख विषयों में शामिल किया गया है।
जी-7 शिखर सम्मेलन में इटली ने भारत को अतिथि देश के तौर पर आमंत्रित किया था। दरअसल, यह पहली बार नहीं है जब भारत को जी-7 द्वारा आमंत्रित किया गया हो। 2019 से भारत को हर साल जी-7 में आमंत्रित किया जा रहा है। 2023 में जापान, 2022 में जर्मनी, 2021 में यूके और 2019 में फ्रांस ने भारत को आमंत्रित किया था। 2020 में अमेरिका ने भारत को आमंत्रित किया था लेकिन कोविड-19 के कारण सम्मेलन रद्द कर दिया गया था।